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ओडिशा में बारिश का कहर, नदियां खतरे के निशान से पार; सैकड़ों लोग पानी के घेरे में

ओडिशा में भुवनेश्वर एवं कटक में बारिश का कहर साफ देखा जा रहा है राज्‍य की नदिया खतरे के निशान को पार कर चुकी हैं स्कूलों में छुट्टी घोषित हो चुकी है।

By Babita kashyapEdited By: Published: Thu, 26 Sep 2019 01:02 PM (IST)Updated: Thu, 26 Sep 2019 01:02 PM (IST)
ओडिशा में बारिश का कहर, नदियां खतरे के निशान से पार; सैकड़ों लोग पानी के घेरे में

भुवनेश्वर, जेएनएन। बंगाल की खाड़ी में बने कम दवाब के क्षेत्र के कारण राज्य के तटीय जिलों में मंगलवार रात से लगातार बारिश का दौर जारी है। लगातार हो रही बारिश के कारण जगह-जगह जल जमाव के कारण आम जन-जीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। वहीं दूसरी ओर कुछ नदियों का जलस्तर भी खतरे के निशान के पार पहुंच गया है। भारी बारिश एवं बाढ़ की स्थिति को देखते हुए पुरी एवं गजपित, गंजाम जिला प्रशासन ने भी जिले के सभी स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दिया है। हालांकि इस दौरान शिक्षकों को स्कूल में उपस्थित रहने को कहा गया है।

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बारिश का कहर सिर्फ तटीय जिलों में ही नहीं बल्कि राजधानी भुवनेश्वर एवं कटक भी में साफतौर पर देखा गया है। राजधानी में भी बुधवार की से मूसलाधार बारिश हो रही है, जिस कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कटक में भी कई निचले इलाकों की सड़के पूरी तरह से जलमग्न दिखाई दे

रही थी। कटक में चल रहे जाइका प्रोजेक्ट का काम पूरा नहीं होने के कारण लोगों की मुसीबत और बढ़ गई

है। इसके चलते कई इलाकों में सड़कों पर घुटने भर पानी देखा गया और लोगों को आवागमन में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है।

राजधानी में हर बार की तरह इस बार भी नयापल्ली में लोगों को नाना प्रकार की असुविधा का सामना करना पड़ा है। निचले घरों में जहां पानी घुस गया तो वहीं सड़कें नाला में तब्दील हो गई। कटक शहर के निचले इलाके वाले गम्हाडीआ, काफला बजार, पट्टापोल में जगह जगह जल-भराव हुआ है। 

मौसम विभाग ने गुरुवार तक बारिश होने की संभावना व्यक्त की है। प्रशासन ने संभावित बारिश को देखते हुए पहले ही तटीय जिलों में आरेंज वार्निंग का एलर्ट जारी कर दिया था। बारिश की वजह से निचले इलाके तथा बस्तियों में रहने वाले लोगों की तकलीफ बढ़ गई है।  लगातार हो रही बारिश के बाद बालेश्वर जिला में बहने वाली जलका नदी खतरे के निशान के पार बह रही है।

 

जानकारी के मुताबिक जलका नदी का मथानी में खतरे का निशान 5.50 मीटर है जबकि यहां पर नदी का जलस्तर 5.90 मीटर पर प्रवाहित हो रहा है। इससे जिले के बस्ता एवं सदर ब्लाक में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। शहर के गुड़ीपदा समेत विभिन्न निचले इलाकों में बारिश का पानी घुस गया है। 100 से

अधिक घर पानी के घेरे में हैं। निचले इलाकों में जल जमाव होने से लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं।

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